SALUTE to the legend Milkha Singh ...
मिलखा सिह कभी पाकिस्तान मे दोड्ना नहीं चाहते थे
क्यौंकी 1947 के दंगे मे उनका सारा परिवार मारा गया था
वो अकेले रह गए थे तब वो बच्चे थे,,
और तब वो पाकिस्तान से एक ट्रेन पे चड़ के भारत आ गए..
बाद मे भारतीय सेना मे गए उसके बाद उनका सफर सुरू हुवा,,,
और जब आखरी बार वो पाकिस्तान मे दोड़े तब उनका मन वहाँ जाने का
नहीं था
यहाँ तक की वो पाकिस्तान नाम के देश का नाम भी नहीं सुनना चाहते थे
पर जब उनपे बहुत ज्यादा राजनेतिक दबावबनाया गया
तब वो पाकिस्तान मे दोड़े,,
और एसा कहा जाता हे की वो पाकिस्तान मे दोड़े नहीं थे उड़े थे,,
इसीलिए उनको ''फ्लाइंग सिक्ख '' नाम से बुलाया जाने लगा...
SALUTE to the flying Sikh !

मिलखा सिह कभी पाकिस्तान मे दोड्ना नहीं चाहते थे
क्यौंकी 1947 के दंगे मे उनका सारा परिवार मारा गया था
वो अकेले रह गए थे तब वो बच्चे थे,,
और तब वो पाकिस्तान से एक ट्रेन पे चड़ के भारत आ गए..
बाद मे भारतीय सेना मे गए उसके बाद उनका सफर सुरू हुवा,,,
और जब आखरी बार वो पाकिस्तान मे दोड़े तब उनका मन वहाँ जाने का
नहीं था
यहाँ तक की वो पाकिस्तान नाम के देश का नाम भी नहीं सुनना चाहते थे
पर जब उनपे बहुत ज्यादा राजनेतिक दबावबनाया गया
तब वो पाकिस्तान मे दोड़े,,
और एसा कहा जाता हे की वो पाकिस्तान मे दोड़े नहीं थे उड़े थे,,
इसीलिए उनको ''फ्लाइंग सिक्ख '' नाम से बुलाया जाने लगा...
SALUTE to the flying Sikh !

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